गंगा में बहाई गई अस्थियां कहां जाती है?

जब इन बहाई हुई अस्थियों का पता लगाने के लिए गंगा के आगमन से लेकर गंगा के अंतिम छोर गंगा सागर तक खोज की गई, तब भी इस प्रश्न का उत्तर नहीं मिला कि  हर वर्ष लाखों लोगों की अस्थियाँ बहाने के बाद ये अस्थियाँ कहांं जाती है। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार मृत्यु के बाद उस व्यक्ति की आत्मा की शांति के लिए मृत व्यक्ति की अस्थियों को गंगा में विसर्जन करना उत्तम माना गया है।
कहा जाता है कि ये अस्थियाँ सीधे ही विष्णु भगवान के चरणों में बैकुण्ठ चली जाती हैं। 
वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो गंगा जल में पारा होता है जिससे हड्डियों का कैल्शियम और फास्फोरस पानी में घुल जाता है। इसके अलावा हड्डियों में सल्फर भी होता है जो पारे के साथ मिलकर पारद का निर्माण करता है। धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो पारद शिव का प्रतिक है और गंधक शक्ति का प्रतिक है। इस प्रकार सभी जीव अंत में शिव और शक्ति में विलीन हो जाते है। तात्पर्य यही है कि गंगा नदी में अस्थियाँ डालने के बाद वो गायब हो जाती है, या ये अस्थियाँ पूरी तरह घुल जाती है।
--------------------------------------------------------------

अन्य रोचक प्रश्न..

● गणपति बप्पा मोरया में 'मोरया' का क्या अर्थ है?
● रेल्वे स्टेशन पर 'समुद्र तल से ऊंचाई' क्यों लिखा होता है?
● धरती में खोदा गया सबसे गहरा गड्ढा कहां है?
● अमेरिका में घरेलू नौकर रखना इतना मुश्किल क्यों है?
● भगवान को छप्पन भोग क्यों लगाया जाता है?
● भारतीय संसद में 420 नं. की सीट क्यों नही है?
● इंटरनेट का मालिक कौन है और ये हम तक कैसे पहूंचता है?
● हिंदू धर्म में पूजा के कुछ नियम जो कदाचित आपको ज्ञात नही हैं।
● परमाणु बम और प्याज में क्या संबंध है?
● भारतीय रेल के पास इतना इंटरनेट कहां से आता है कि फ्री में बांटता है?
 ऐसा रेस्टोरेंट जिसमें कुछ भी खाईये, बिल नही भरना पड़ेगा।
● रविवार की छूट्टी किस व्यक्ति के कारण आरंभ हुई?
● निर्भया के दोषियों को फांसी देने वाले जल्लाद की कहानी।
● पेड़ो पर सफेद रंग की पट्टियां क्यों बनाई जाती हैं?

No comments:

Post a Comment